।श्री गणेशाय नमः।
श्री स्वामी सामर्थाय नमः ।
अस्य श्री स्वामी सहस्रनामस्तोत्र मंत्रस्य ।
भगवान हरी ऋषिः ।
भ्रीस्वामी समर्थ देवता ।
अनुष्टुप छदः ।
"अमृताशृभ्दवो " स्वामी इति बीजम् ।
“धरणीनदन स्तुष्टः " शक्तिः।
"श्रीसच्चिदानद परमात्मा" इति हृदयम् ।
“दडकमडलुश्चक्र "इति कीलकम् ।
“गदात्रिशुलधर " इति अस्त्रम् ।
खट्वांग-पाणिरक्षोभ्यः इति कवचम् ।
"उभ्दवः शांतिदो देवः " इति परमो मंत्रः ।
श्रीस्वामी समर्थ-प्रीत्यर्थे
अमुक -द्रव्य समर्पणे विनियोगः ।
अथ ध्यानम् ।
रक्ताङ्ग रक्तवर्ण-पद्मनेत्र ।
सुहास्यवदन।मुद्रिका मालाधर ।
जंघायांकर-रक्षक ।त्रेलोक्यपालक ।
विश्वनायक ।भक्तवत्सल ।
कलियुगे श्री स्वामी समर्थावतार धारक ।
पाहि माम् ।पाहि माम् । पाहि माम् ।
अथ सहस्रनामावली प्रारंभ --
।।१।। | ।। ॐ श्रीस्वामिने नमः ।। |
।।२।। | ।। ॐ समर्थाय नमः ।। |
।।३।। | ।। ॐ धरणीनन्दनाय नमः ।। |
।।४।। | ।। ॐ भूवैकुण्ठवासिने नमः ।। |
।।५।। | ।। ॐ भक्तकार्यकल्पद्रुम श्रीस्वामिने नमः ।। |
।।६।। | ।। ॐ परमात्मने नमः ।। |
।।७।। | ।। ॐ अनन्ताय नमः ।। |
।।८।। | ।। ॐ त्रिगुणात्मकाय नमः ।। |
।।९।। | ।। ॐ निर्गुणाय नमः ।। |
।।१०।। | ।। ॐ सर्वज्ञाय नमः ।। |
।।११।। | ।। ॐ दयानिधये नमः ।। |
।।१२।। | ।। ॐ कमलनेत्राय नमः ।। |
।।१३।। | ।। ॐ अव्यक्ताय नमः ।। |
।।१४।। | ।। ॐ गुणवन्ताय नमः ।। |
।।१५।। | ।। ॐ स्वयम्प्रकाशाय नमः ।। |
।।१६।। | ।। ॐ निराकाराय नमः ।। |
।।१७।। | ।। ॐ कृतकर्मणे नमः ।। |
।।१८।। | ।। ॐ अकाराय नमः ।। |
।।१९।। | ।। ॐ जनेश्वराय नमः ।। |
।।२०।। | ।। ॐ सनातनाय नमः ।। |
।।२१।। | ।। ॐ महावेगाय नमः ।। |
।।२२।। | ।। ॐ नराय नमः ।। |
।।२३।। | ।। ॐ एकपदे नमः ।। |
।।२४।। | ।। ॐ विश्वात्मने नमः ।। |
।।२५।। | ।। ॐ अकालाय नमः ।। |
।।२६।। | ।। ॐ गहनाय नमः ।। |
।।२७।। | ।। ॐ सहस्रदृशे नमः ।। |
।।२८।। | ।। ॐ चराचरप्रतिपालाय नमः ।। |
।।२९।। | ।। ॐ भुवनेश्वराय नमः ।। |
।।३०।। | ।। ॐ प्रत्यगात्मने नमः ।। |
।।३१।। | ।। ॐ ईशाय नमः ।। |
।।३२।। | ।। ॐ तपोनिधये नमः ।। |
।।३३।। | ।। ॐ कल्याणरूपाय नमः ।। |
।।३४।। | ।। ॐ देहत्रयविनिर्गते नमः ।। |
।।३५।। | ।। ॐ अक्कलकोटवासिने नमः ।। |
।।३६।। | ।। ॐ निजाय नमः ।। |
।।३७।। | ।। ॐ भगवन्ताय नमः ।। |
।।३८।। | ।। ॐ सत्त्वकृते नमः ।। |
।।३९।। | ।। ॐ जगते नमः ।। |
।।४०।। | ।। ॐ शब्दब्रह्मप्रकाशवते नमः ।। |
।।४१।। | ।। ॐ अन्तरात्मने नमः ।। |
।।४२।। | ।। ॐ विश्वनायकाय नमः ।। |
।।४३।। | ।। ॐ ब्रह्मणे नमः ।। |
।।४४।। | ।। ॐ अकुलाय नमः ।। |
।।४५।। | ।। ॐ गोचराय नमः ।। |
।।४६।। | ।। ॐ सहिष्णवे नमः ।। |
।।४७।। | ।। ॐ महर्षये नमः ।। |
।।४८।। | ।। ॐ धनेश्वराय नमः ।। |
।।४९।। | ।। ॐ प्रकृतिपराय नमः ।। |
।।५०।। | ।। ॐ अकृताय नमः ।। |
।।५१।। | ।। ॐ दयासागराय नमः ।। |
।।५२।। | ।। ॐ कृतज्ञाय नमः ।। |
।।५३।। | ।। ॐ संशयार्णवखण्डनाय नमः ।। |
।।५४।। | ।। ॐ चन्द्रसूर्याग्निलोचनाय नमः ।। |
।।५५।। | ।। ॐ नित्ययुक्ताय नमः ।। |
।।५६।। | ।। ॐ अखण्डाय नमः ।। |
।।५७।। | ।। ॐ त्रिशूलधराय नमः ।। |
।।५८।। | ।। ॐ उग्राय नमः ।। |
।।५९।। | ।। ॐ नयाय नमः ।। |
।।६०।। | ।। ॐ जन्मजन्मादये नमः ।। |
।।६१।। | ।। ॐ सङ्गरहिताय नमः ।। |
।।६२।। | ।। ॐ यतिवराय नमः ।। |
।।६३।। | ।। ॐ आश्रमपूजिताय नमः ।। |
।।६४।। | ।। ॐ महान्तकाय नमः ।। |
।।६५।। | ।। ॐ गुणकराय नमः ।। |
।।६६।। | ।। ॐ अश्विने नमः ।। |
।।६७।। | ।। ॐ दोषत्रयविभेदिने नमः ।। |
।।६८।। | ।। ॐ सुलक्षणाय नमः ।। |
।।६९।। | ।। ॐ विश्वपतये नमः ।। |
।।७०।। | ।। ॐ आश्रमस्थाय नमः ।। |
।।७१।। | ।। ॐ गुप्ताय नमः ।। |
।।७२।। | ।। ॐ कर्मविवर्जिताय नमः ।। |
।।७३।। | ।। ॐ भुवनेशाय नमः ।। |
।।७४।। | ।। ॐ अगोचराय नमः ।। |
।।७५।। | ।। ॐ पुण्यवर्धनाय नमः ।। |
।।७६।। | ।। ॐ तत्त्वाय नमः ।। |
।।७७।। | ।। ॐ निग्रहाय नमः ।। |
।।७८।। | ।। ॐ जयन्ताय नमः ।। |
।।७९।। | ।। ॐ संसारश्रमनाशनाय नमः ।। |
।।८०।। | ।। ॐ ब्रह्मरूपाय नमः ।। |
।।८१।। | ।। ॐ भावविनिर्गताय नमः ।। |
।।८२।। | ।। ॐ न्यग्रोधाय नमः ।। |
।।८३।। | ।। ॐ प्रकाशात्मने नमः ।। |
।।८४।। | ।। ॐ चतुर्भावाय नमः ।। |
।।८५।। | ।। ॐ विश्वनाथाय नमः ।। |
।।८६।। | ।। ॐ शमाय नमः ।। |
।।८७।। | ।। ॐ अक्षरातीताय नमः ।। |
।।८८।। | ।। ॐ गदाग्रजाय नमः ।। |
।।८९।। | ।। ॐ दर्पणाय नमः ।। |
।।९०।। | ।। ॐ सङ्गविवर्जिताय नमः ।। |
।।९१।। | ।। ॐ मन्त्राय नमः ।। |
।।९२।। | ।। ॐ कृतलक्षणाय नमः ।। |
।।९३।। | ।। ॐ आगमाय नमः ।। |
।।९४।। | ।। ॐ धर्मिणे नमः ।। |
।।९५।। | ।। ॐ संशयार्णवशोषकाय नमः ।। |
।।९६।। | ।। ॐ तीक्ष्णतापहराय नमः ।। |
।।९७।। | ।। ॐ निशाकराय नमः ।। |
।।९८।। | ।। ॐ जयाय नमः ।। |
।।९९।। | ।। ॐ अग्रण्ये नमः ।। |
।।१००।। | ।। ॐ लयातीताय नमः ।। |
।।१०१।। | ।। ॐ संसारतमनाशनाय नमः ।। |
।।१०२।। | ।। ॐ गुणौषधाय नमः ।। |
।।१०३।। | ।। ॐ करुणाकराय नमः ।। |
।।१०४।। | ।। ॐ देहशून्याय नमः ।। |
।।१०५।। | ।। ॐ अगुरवे नमः ।। |
।।१०६।। | ।। ॐ पुराणाय नमः ।। |
।।१०७।। | ।। ॐ महाकर्त्रे नमः ।। |
।।१०८।। | ।। ॐ सूक्ष्मात्मने नमः ।। |
।।१०९।। | ।। ॐ चैत्रमासाय नमः ।। |
।।११०।। | ।। ॐ भूमिजाय नमः ।। |
।।१११।। | ।। ॐ नरर्षभाय नमः ।। |
।।११२।। | ।। ॐ विश्वपालकाय नमः ।। |
।।११३।। | ।। ॐ कृतनाशाय नमः ।। |
।।११४।। | ।। ॐ अग्रपूज्याय नमः ।। |
।।११५।। | ।। ॐ गुरवे नमः ।। |
।।११६।। | ।। ॐ सुखदाय नमः ।। |
।।११७।। | ।। ॐ तत्त्वविदे नमः ।। |
।।११८।। | ।। ॐ आश्रमिणे नमः ।। |
।।११९।। | ।। ॐ प्रमादिने नमः ।। |
।।१२०।। | ।। ॐ जन्ममृत्युजरातीताय नमः ।। |
।।१२१।। | ।। ॐ नित्यमुक्ताय नमः ।। |
।।१२२।। | ।। ॐ युगावहाय नमः ।। |
।।१२३।। | ।। ॐ ब्रह्मयोगिने नमः ।। |
।।१२४।। | ।। ॐ अगाधबुद्धये नमः ।। |
।।१२५।। | ।। ॐ दर्पदाय नमः ।। |
।।१२६।। | ।। ॐ कालाय नमः ।। |
।।१२७।। | ।। ॐ सूक्ष्माय नमः ।। |
।।१२८।। | ।। ॐ वषट्काराय नमः ।। |
।।१२९।। | ।। ॐ शतानन्दाय नमः ।। |
।।१३०।। | ।। ॐ आद्यनिर्गमाय नमः ।। |
।।१३१।। | ।। ॐ गगनाधाराय नमः ।। |
।।१३२।। | ।। ॐ कृतयज्ञाय नमः ।। |
।।१३३।। | ।। ॐ महायशसे नमः ।। |
।।१३४।। | ।। ॐ भावनिर्मुक्ताय नमः ।। |
।।१३५।। | ।। ॐ सुरेशाय नमः ।। |
।।१३६।। | ।। ॐ पुष्पवते नमः ।। |
।।१३७।। | ।। ॐ चारुलिङ्गाय नमः ।। |
।।१३८।। | ।। ॐ नहुषाय नमः ।। |
।।१३९।। | ।। ॐ जङ्गमाय नमः ।। |
।।१४०।। | ।। ॐ धराधराय नमः ।। |
।।१४१।। | ।। ॐ हीरकाङ्गदभूषणाय नमः ।। |
।।१४२।। | ।। ॐ अचलोपमाय नमः ।। |
।।१४३।। | ।। ॐ गिरीशाय नमः ।। |
।।१४४।। | ।। ॐ तेजिष्ठाय नमः ।। |
।।१४५।। | ।। ॐ करुणानिधये नमः ।। |
।।१४६।। | ।। ॐ अचिन्त्याय नमः ।। |
।।१४७।। | ।। ॐ देवसिंहाय नमः ।। |
।।१४८।। | ।। ॐ नित्यप्रियाय नमः ।। |
।।१४९।। | ।। ॐ सत्यस्थाय नमः ।। |
।।१५०।। | ।। ॐ महातपसे नमः ।। |
।।१५१।। | ।। ॐ आरोहणाय नमः ।। |
।।१५२।। | ।। ॐ परन्तपाय नमः ।। |
।।१५३।। | ।। ॐ एकाय नमः ।। |
।।१५४।। | ।। ॐ गगनाकृतये नमः ।। |
।।१५५।। | ।। ॐ अर्चिताय नमः ।। |
।।१५६।। | ।। ॐ विश्वव्यापकाय नमः ।। |
।।१५७।। | ।। ॐ कृपाघनाय नमः ।। |
।।१५८।। | ।। ॐ अद्रय नमः ।। |
।।१५९।। | ।। ॐ सुहृदे नमः ।। |
।।१६०।। | ।। ॐ ज्योतिर्मयाय नमः ।। |
।।१६१।। | ।। ॐ भिक्षुरूपाय नमः ।। |
।।१६२।। | ।। ॐ नभसे नमः ।। |
।।१६३।। | ।। ॐ अबलाय नमः ।। |
।।१६४।। | ।। ॐ चिदानन्दाय नमः ।। |
।।१६५।। | ।। ॐ भक्तकामकल्पद्रुमाय नमः ।। |
।।१६६।। | ।। ॐ शरणागतरक्षणाय नमः ।। |
।।१६७।। | ।। ॐ दमनाय नमः ।। |
।।१६८।। | ।। ॐ सुन्दराय नमः ।। |
।।१६९।। | ।। ॐ करुणाघनाय नमः ।। |
।।१७०।। | ।। ॐ विषयरहिताय नमः ।। |
।।१७१।। | ।। ॐ अच्युताय नमः ।। |
।।१७२।। | ।। ॐ ब्रह्मर्षये नमः ।। |
।।१७३।। | ।। ॐ पूर्णात्मने नमः ।। |
।।१७४।। | ।। ॐ निरालम्बाय नमः ।। |
।।१७५।। | ।। ॐ गिरिगुहाय नमः ।। |
।।१७६।। | ।। ॐ महामन्त्राय नमः ।। |
।।१७७।। | ।। ॐ तेजसे नमः ।। |
।।१७८।। | ।। ॐ न्यग्रोधरूपाय नमः ।। |
।।१७९।। | ।। ॐ कृपासागराय नमः ।। |
।।१८०।। | ।। ॐ जगद्पुरुषेय नमः ।। |
।।१८१।। | ।। ॐ अमलाय नमः ।। |
।।१८२।। | ।। ॐ प्रभवे नमः ।। |
।।१८३।। | ।। ॐ देवासुरेश्वराय नमः ।। |
।।१८४।। | ।। ॐ गदात्रिशूलधराय नमः ।। |
।।१८५।। | ।। ॐ सुराध्यक्षाय नमः ।। |
।।१८६।। | ।। ॐ यतिवराय नमः ।। |
।।१८७।। | ।। ॐ धनुर्वेदाय नमः ।। |
।।१८८।। | ।। ॐ भेदान्तकाय नमः ।। |
।।१८९।। | ।। ॐ अजगरमोक्षदायकाय नमः ।। |
।।१९०।। | ।। ॐ महारेतसे नमः ।। |
।।१९१।। | ।। ॐ स्तुत्याय नमः ।। |
।।१९२।। | ।। ॐ चिद्विलासाय नमः ।। |
।।१९३।। | ।। ॐ ज्ञानरूपाय नमः ।। |
।।१९४।। | ।। ॐ कथिताय नमः ।। |
।।१९५।। | ।। ॐ अजिताय नमः ।। |
।।१९६।। | ।। ॐ विभवे नमः ।। |
।।१९७।। | ।। ॐ नियमाश्रिताय नमः ।। |
।।१९८।। | ।। ॐ ज्योतिषे नमः ।। |
।।१९९।। | ।। ॐ सुरेश्वराय नमः ।। |
।।२००।। | ।। ॐ लोकपालाय नमः ।। |
।।२०१।। | ।। ॐ गुणभावनाय नमः ।। |
।।२०२।। | ।। ॐ अजराय नमः ।। |
।।२०३।। | ।। ॐ तपोमयाय नमः ।। |
।।२०४।। | ।। ॐ पृथ्वीपतये नमः ।। |
।।२०५।। | ।। ॐ सुतपसे नमः ।। |
।।२०६।। | ।। ॐ दयाघनाय नमः ।। |
।।२०७।। | ।। ॐ नभःस्थलाय नमः ।। |
।।२०८।। | ।। ॐ कृताकृताय नमः ।। |
।।२०९।। | ।। ॐ बहिस्त्यागिने नमः ।। |
।।२१०।। | ।। ॐ अतर्क्याय नमः ।। |
।।२११।। | ।। ॐ निहन्त्रे नमः ।। |
।।२१२।। | ।। ॐ विकारशून्याय नमः ।। |
।।२१३।। | ।। ॐ सर्वमन्त्रसिद्धये नमः ।। |
।।२१४।। | ।। ॐ भगवते नमः ।। |
।।२१५।। | ।। ॐ शान्ताय नमः ।। |
।।२१६।। | ।। ॐ आरोग्यसुखदाय नमः ।। |
।।२१७।। | ।। ॐ प्रशान्ताय नमः ।। |
।।२१८।। | ।। ॐ मान्याय नमः ।। |
।।२१९।। | ।। ॐ उपेन्द्राय नमः ।। |
।।२२०।। | ।। ॐ चिद्गतये नमः ।। |
।।२२१।। | ।। ॐ अतिसंहर्त्रे नमः ।। |
।।२२२।। | ।। ॐ जगदार्जवपालनाय नमः ।। |
।।२२३।। | ।। ॐ करुणासागराय नमः ।। |
।।२२४।। | ।। ॐ सर्वनिष्ठाय नमः ।। |
।।२२५।। | ।। ॐ गम्भीरलोचनाय नमः ।। |
।।२२६।। | ।। ॐ न्यग्रोधाय नमः ।। |
।।२२७।। | ।। ॐ अन्नदाय नमः ।। |
।।२२८।। | ।। ॐ देवासुरवरप्रसादाय नमः ।। |
।।२२९।। | ।। ॐ सर्वतोमुखाय नमः ।। |
।।२३०।। | ।। ॐ गतये नमः ।। २३० |
।।२३१।। | ।। ॐ आनन्दिने नमः ।। |
।।२३२।। | ।। ॐ पुरुषाय नमः ।। |
।।२३३।। | ।। ॐ महानादाय नमः ।। |
।।२३४।। | ।। ॐ अतीन्द्रियाय नमः ।। |
।।२३५।। | ।। ॐ धान्याय नमः ।। |
।।२३६।। | ।। ॐ सर्वभोगविदुत्तमाय नमः ।। |
।।२३७।। | ।। ॐ ज्योतिरादित्याय नमः ।। |
।।२३८।। | ।। ॐ विश्वाय नमः ।। |
।।२३९।। | ।। ॐ कृतागमाय नमः ।। |
।।२४०।। | ।। ॐ भूतविदे नमः ।। |
।।२४१।। | ।। ॐ खगर्भाय नमः ।। |
।।२४२।। | ।। ॐ कपालिने नमः ।। |
।।२४३।। | ।। ॐ निरायुधाय नमः ।। |
।।२४४।। | ।। ॐ त्रिपदाय नमः ।। |
।।२४५।। | ।। ॐ अतिधूम्राय नमः ।। |
।।२४६।। | ।। ॐ चिद्घनाय नमः ।। |
।।२४७।। | ।। ॐ यतीन्द्राय नमः ।। |
।।२४८।। | ।। ॐ सुखवर्धनाय नमः ।। |
।।२४९।। | ।। ॐ परब्रह्मणे नमः ।। |
।।२५०।। | ।। ॐ दमाय नमः ।। |
।।२५१।। | ।। ॐ अतुल्याय नमः ।। |
।।२५२।। | ।। ॐ शाश्वताय नमः ।। |
।।२५३।। | ।। ॐ गुणातीताय नमः ।। |
।।२५४।। | ।। ॐ सुकृताय नमः ।। |
।।२५५।। | ।। ॐ वटसान्निध्याय नमः ।। |
।।२५६।। | ।। ॐ नक्षत्रिणे नमः ।। |
।।२५७।। | ।। ॐ ज्ञानस्वरूपाय नमः ।। |
।।२५८।। | ।। ॐ बहिर्योगिने नमः ।। |
।।२५९।। | ।। ॐ अतिदीप्ताय नमः ।। |
।।२६०।। | ।। ॐ महाकायाय नमः ।। |
।।२६१।। | ।। ॐ सुधावर्षाय नमः ।। |
।।२६२।। | ।। ॐ जगत्प्रभवे नमः ।। |
।।२६३।। | ।। ॐ कृशाय नमः ।। |
।।२६४।। | ।। ॐ ऊर्ध्वरेतसे नमः ।। |
।।२६५।। | ।। ॐ तेजोपहारिणे नमः ।। |
।।२६६।। | ।। ॐ पूर्णाय नमः ।। |
।।२६७।। | ।। ॐ अर्थाय नमः ।। |
।।२६८।। | ।। ॐ भवारये नमः ।। |
।।२६९।। | ।। ॐ गदाधराय नमः ।। |
।।२७०।। | ।। ॐ नियमाय नमः ।। |
।।२७१।। | ।। ॐ देवर्षये नमः ।। |
।।२७२।। | ।। ॐ शुचिर्भूताय नमः ।। |
।।२७३।। | ।। ॐ अर्थकराय नमः ।। |
।।२७४।। | ।। ॐ चेतनाविगताय नमः ।। |
।।२७५।। | ।। ॐ कर्माध्यक्षाय नमः ।। |
।।२७६।। | ।। ॐ सर्वयोगपराणाय नमः ।। |
।।२७७।। | ।। ॐ महायोगिने नमः ।। |
।।२७८।। | ।। ॐ आनन्दरूपाय नमः ।। |
।।२७९।। | ।। ॐ नर्तकाय नमः ।। |
।।२८०।। | ।। ॐ ज्येष्ठाय नमः ।। |
।।२८१।। | ।। ॐ अन्तर्हितात्मने नमः ।। |
।।२८२।। | ।। ॐ धन्विने नमः ।। |
।।२८३।। | ।। ॐ हिरण्यनाभाय नमः ।। |
।।२८४।। | ।। ॐ अद्वितीयाय नमः ।। |
।।२८५।। | ।। ॐ वीतरागिणे नमः ।। |
।।२८६।। | ।। ॐ प्रसन्नवदनाय नमः ।। |
।।२८७।। | ।। ॐ सफलश्रमाय नमः ।। |
।।२८८।। | ।। ॐ तीर्थङ्कराय नमः ।। |
।।२८९।। | ।। ॐ गम्भीरगतिशोभनाय नमः ।। |
।।२९०।। | ।। ॐ कृतात्मने नमः ।। |
।।२९१।। | ।। ॐ दर्पघ्ने नमः ।। |
।।२९२।। | ।। ॐ अद्भुताय नमः ।। |
।।२९३।। | ।। ॐ जडोनमत्तपिशाचवते नमः ।। |
।।२९४।। | ।। ॐ निःपातिने नमः ।। |
।।२९५।। | ।। ॐ बहिर्निष्ठाय नमः ।। |
।।२९६।। | ।। ॐ भूतसन्तापनाशनाय नमः ।। |
।।२९७।। | ।। ॐ सर्वयोगवते नमः ।। |
।।२९८।। | ।। ॐ विश्वधारकाय नमः ।। |
।।२९९।। | ।। ॐ लोकपावनाय नमः ।। |
।।३००।। | ।। ॐ चित्तात्मने नमः ।। |
।।३०१।। | ।। ॐ शान्तिदाय नमः ।। |
।।३०२।। | ।। ॐ अदृश्याय नमः ।। |
।।३०३।। | ।। ॐ महाबीजाय नमः ।। |
।।३०४।। | ।। ॐ नेत्राय नमः ।। |
।।३०५।। | ।। ॐ तेजस्कराय नमः ।। |
।।३०६।। | ।। ॐ कमण्डलुकराय नमः ।। |
।।३०७।। | ।। ॐ अदीनाय नमः ।। |
।।३०८।। | ।। ॐ देवाधिदेवाय नमः ।। |
।।३०९।। | ।। ॐ सुदर्शनाय नमः ।। |
।।३१०।। | ।। ॐ नित्यशुद्धाय नमः ।। |
।।३११।। | ।। ॐ युगाधिपाय नमः ।। |
।।३१२।। | ।। ॐ आनन्दमूर्तये नमः ।। |
।।३१३।। | ।। ॐ परमेशाय नमः ।। |
।।३१४।। | ।। ॐ अन्तःसाक्षिणे नमः ।। |
।।३१५।। | ।। ॐ गतिसत्तमाय नमः ।। |
।।३१६।। | ।। ॐ अदम्भाय नमः ।। |
।।३१७।। | ।। ॐ कृतान्तवते नमः ।। |
।।३१८।। | ।। ॐ जीवसञ्जीवनाय नमः ।। |
।।३१९।। | ।। ॐ सर्वकामफलप्रदाय नमः ।। |
।।३२०।। | ।। ॐ नक्ताय नमः ।। |
।।३२१।। | ।। ॐ मुक्तिदायकाय नमः ।। |
।।३२२।। | ।। ॐ अनिन्दिताय नमः ।। |
।।३२३।। | ।। ॐ भोग्याय नमः ।। |
।।३२४।। | ।। ॐ सदृशाय नमः ।। |
।।३२५।। | ।। ॐ विशुद्धाय नमः ।। |
।।३२६।। | ।। ॐ ईशानाय नमः ।। |
।।३२७।। | ।। ॐ चिदुत्तमाय नमः ।। |
।।३२८।। | ।। ॐ अनन्तविद्याविवर्धनाय नमः ।। |
।।३२९।। | ।। ॐ कमलाक्षाय नमः ।। |
।।३३०।। | ।। ॐ धरोत्तमाय नमः ।। |
।।३३१।। | ।। ॐ पुरातनाय नमः ।। |
।।३३२।। | ।। ॐ स्थिराय नमः ।। |
।।३३३।। | ।। ॐ राजयोगिने नमः ।। |
।।३३४।। | ।। ॐ गुणगम्भीराय नमः ।। |
।।३३५।। | ।। ॐ निष्ठाशान्तिपरायणाय नमः ।। |
।।३३६।। | ।। ॐ त्रिकालज्ञाय नमः ।। |
।।३३७।। | ।। ॐ नाशरहिताय नमः ।। |
।।३३८।। | ।। ॐ श्रीपतये नमः ।। |
।।३३९।। | ।। ॐ अनादिरूपाय नमः ।। |
।।३४०।। | ।। ॐ जगत्पतये नमः ।। |
।।३४१।। | ।। ॐ दारुणाय नमः ।। |
।।३४२।। | ।। ॐ सर्वकामनिवर्तकाय नमः ।। |
।।३४३।। | ।। ॐ गणाय नमः ।। |
।।३४४।। | ।। ॐ बहुरूपाय नमः ।। |
।।३४५।। | ।। ॐ अन्तर्निष्ठाय नमः ।। |
।।३४६।। | ।। ॐ विश्वचालकाय नमः ।। |
।।३४७।। | ।। ॐ कृपानिधये नमः ।। |
।।३४८।। | ।। ॐ तृष्णासङ्गनिवारणाय नमः ।। |
।।३४९।। | ।। ॐ अनघाय नमः ।। |
।।३५०।। | ।। ॐ भावाय नमः ।। |
।।३५१।। | ।। ॐ सिद्धिदाय नमः ।। |
।।३५२।। | ।। ॐ महात्मने नमः ।। |
।।३५३।। | ।। ॐ परिणामरहिताय नमः ।। |
।।३५४।। | ।। ॐ अनुकूलाय नमः ।। |
।।३५५।। | ।। ॐ गुरुत्तमाय नमः ।। |
।।३५६।। | ।। ॐ सर्वमयाय नमः ।। |
।।३५७।। | ।। ॐ देवासुरगणाध्यक्षाय नमः ।। |
।।३५८।। | ।। ॐ गम्भीरस्वराय नमः ।। |
।।३५९।। | ।। ॐ आनन्दकन्दाय नमः ।। |
।।३६०।। | ।। ॐ जीवाय नमः ।। |
।।३६१।। | ।। ॐ कपर्दिने नमः ।। |
।।३६२।। | ।। ॐ अन्तरत्यागिने नमः ।। |
।।३६३।। | ।। ॐ त्रिकालाध्यक्षाय नमः ।। |
।।३६४।। | ।। ॐ अनिनिषाय नमः ।। |
।।३६५।। | ।। ॐ न्यग्रोधरूपाय नमः ।। |
।।३६६।। | ।। ॐ चतुर्दंष्ट्राय नमः ।। |
।।३६७।। | ।। ॐ सिद्धाय नमः ।। |
।।३६८।। | ।। ॐ महाबलाय नमः ।। |
।।३६९।। | ।। ॐ योगिवराय नमः ।। |
।।३७०।। | ।। ॐ कृतान्तकृते नमः ।। |
।।३७१।। | ।। ॐ परमेश्वराय नमः ।। |
।।३७२।। | ।। ॐ दामोदराय नमः ।। |
।।३७३।। | ।। ॐ अनादिने नमः ।। |
।।३७४।। | ।। ॐ वरदाय नमः ।। |
।।३७५।। | ।। ॐ स्वभावगलिताय नमः ।। |
।।३७६।। | ।। ॐ धर्मस्थापकाय नमः ।। |
।।३७७।। | ।। ॐ भवसन्तापनाशनाय नमः ।। |
।।३७८।। | ।। ॐ निर्वाणाय नमः ।। |
।।३७९।। | ।। ॐ जगमोहनाय नमः ।। |
।।३८०।। | ।। ॐ अनुच्चारिणे नमः ।। |
।।३८१।। | ।। ॐ ब्रह्मवेत्रे नमः ।। |
।।३८२।। | ।। ॐ तुरीयातीताय नमः ।। |
।।३८३।। | ।। ॐ सिद्धानां परमागतये नमः ।। |
।।३८४।। | ।। ॐ गणबान्धवाय नमः ।। |
।।३८५।। | ।। ॐ ज्ञानदाय नमः ।। |
।।३८६।। | ।। ॐ नानाभावविवर्जिताय नमः ।। |
।।३८७।। | ।। ॐ शुद्धचैतन्याय नमः ।। |
।।३८८।। | ।। ॐ कर्ममोचनाय नमः ।। |
।।३८९।। | ।। ॐ अनन्तविक्रमाय नमः ।। |
।।३९०।। | ।। ॐ विश्वक्षेमकर्त्रे नमः ।। |
।।३९१।। | ।। ॐ पुंसाय नमः ।। |
।।३९२।। | ।। ॐ सदाशुचये नमः ।। |
।।३९३।। | ।। ॐ देवासुरगणाश्रयाय नमः ।। |
।।३९४।। | ।। ॐ चलनान्तकाय नमः ।। |
।।३९५।। | ।। ॐ अध्यात्मानुगताय नमः ।। |
।।३९६।। | ।। ॐ महीनाथाय नमः ।। |
।।३९७।। | ।। ॐ त्रिशूलपाणिने नमः ।। |
।।३९८।। | ।। ॐ निर्वासाय नमः ।। |
।।३९९।। | ।। ॐ गुणात्मने नमः ।। |
।।४००।। | ।। ॐ जितसंसारवासनाय नमः ।। |
।।४०१।। | ।। ॐ क्षोभनिवृत्तिकराय नमः ।। |
।।४०२।। | ।। ॐ क्रोधघ्ने नमः ।। |
।।४०३।। | ।। ॐ परात्पराय नमः ।। |
।।४०४।। | ।। ॐ भोगमोक्षफलप्रदाय नमः ।। |
।।४०५।। | ।। ॐ अनन्तज्योतिषे नमः ।। |
।।४०६।। | ।। ॐ ग्रहपतये नमः ।। |
।।४०७।। | ।। ॐ न्यायाय नमः ।। |
।।४०८।। | ।। ॐ लोहिताक्षाय नमः ।। |
।।४०९।। | ।। ॐ सिद्धात्मने नमः ।। |
।।४१०।। | ।। ॐ दान्ताय नमः ।। |
।।४११।। | ।। ॐ आनन्दमयाय नमः ।। |
।।४१२।। | ।। ॐ महदादये नमः ।। |
।।४१३।। | ।। ॐ अनन्तरूपधारकाय नमः ।। |
।।४१४।। | ।। ॐ कर्त्रे नमः ।। |
।।४१५।। | ।। ॐ तुरीयाय नमः ।। |
।।४१६।। | ।। ॐ सर्वभावविहीनाय नमः ।। |
।।४१७।। | ।। ॐ पूतात्मने नमः ।। |
।।४१८।। | ।। ॐ विघ्नान्तकाय नमः ।। |
।।४१९।। | ।। ॐ निर्विकाराय नमः ।। |
।।४२०।। | ।। ॐ जरारहिताय नमः ।। |
।।४२१।। | ।। ॐ अनादिसिद्धाय नमः ।। |
।।४२२।। | ।। ॐ चतुर्गतये नमः ।। |
।।४२३।। | ।। ॐ धराय नमः ।। |
।।४२४।। | ।। ॐ शुभप्रदाय नमः ।। |
।।४२५।। | ।। ॐ सिद्धिसाधनाय नमः ।। |
।।४२६।। | ।। ॐ गुणबुद्धये नमः ।। |
।।४२७।। | ।। ॐ अनादिनिधनाय नमः ।। |
।।४२८।। | ।। ॐ देवासुरनमस्कृते नमः ।। |
।।४२९।। | ।। ॐ कैवल्यसुखदायकाय नमः ।। |
।।४३०।। | ।। ॐ बहिःशून्याय नमः ।। |
।।४३१।। | ।। ॐ भूतनाथाय नमः ।। |
।।४३२।। | ।। ॐ सताङ्गतये नमः ।। |
।।४३३।। | ।। ॐ हिरण्यगर्भाय नमः ।। |
।।४३४।। | ।। ॐ यक्षपतये नमः ।। |
।।४३५।। | ।। ॐ अनामयाय नमः ।। |
।।४३६।। | ।। ॐ विमलासनाय नमः ।। |
।।४३७।। | ।। ॐ प्रणवाय नमः ।। |
।।४३८।। | ।। ॐ स्थाणवे नमः ।। |
।।४३९।। | ।। ॐ जितप्राणाय नमः ।। |
।।४४०।। | ।। ॐ आधारनिलयाय नमः ।। |
।।४४१।। | ।। ॐ महातेजसे नमः ।। |
।।४४२।। | ।। ॐ कलये नमः ।। |
।।४४३।। | ।। ॐ अन्तर्हिताय नमः ।। |
।।४४४।। | ।। ॐ त्रिदशाय नमः ।। |
।।४४५।। | ।। ॐ नाथनाथाय नमः ।। |
।।४४६।। | ।। ॐ अनाश्रमारम्भाय नमः ।। |
।।४४७।। | ।। ॐ दिविस्पृशे नमः ।। |
।।४४८।। | ।। ॐ स्वयंजाताय नमः ।। |
।।४४९।। | ।। ॐ घोरतपसे नमः ।। |
।।४५०।। | ।। ॐ चिदाकाशाय नमः ।। |
।।४५१।। | ।। ॐ अनलाय नमः ।। |
।।४५२।। | ।। ॐ गोहिताय नमः ।। |
।।४५३।। | ।। ॐ निमिषाय नमः ।। |
।।४५४।। | ।। ॐ तुष्टाय नमः ।। |
।।४५५।। | ।। ॐ साक्षिणे नमः ।। |
।।४५६।। | ।। ॐ पुरुषाध्यक्षाय नमः ।। |
।।४५७।। | ।। ॐ भक्तवत्सलाय नमः ।। |
।।४५८।। | ।। ॐ अनन्यगमनाय नमः ।। |
।।४५९।। | ।। ॐ मुद्रिताय नमः ।। |
।।४६०।। | ।। ॐ जनकाय नमः ।। |
।।४६१।। | ।। ॐ कैवल्यपददात्रे नमः ।। |
।।४६२।। | ।। ॐ छिन्नसंशयाय नमः ।। |
।।४६३।। | ।। ॐ सकलेशाय नमः ।। |
।।४६४।। | ।। ॐ विरामाय नमः ।। |
।।४६५।। | ।। ॐ प्रमुखाय नमः ।। |
।।४६६।। | ।। ॐ अमिताय नमः ।। |
।।४६७।। | ।। ॐ शुभाङ्गाय नमः ।। |
।।४६८।। | ।। ॐ नाथानाथोत्तमाय नमः ।। |
।।४६९।। | ।। ॐ स्वामिने नमः ।। |
।।४७०।। | ।। ॐ धन्वन्तरये नमः ।। |
।।४७१।। | ।। ॐ गुणभावनाय नमः ।। |
।।४७२।। | ।। ॐ अन्तकाय नमः ।। |
।।४७३।। | ।। ॐ बलवते नमः ।। |
।।४७४।। | ।। ॐ आरक्तवर्णाय नमः ।। |
।।४७५।। | ।। ॐ आनन्दघनाय नमः ।। |
।।४७६।। | ।। ॐ त्रिविक्रमाय नमः ।। |
।।४७७।। | ।। ॐ चिन्मयाय नमः ।। |
।।४७८।। | ।। ॐ अनन्तवेषाय नमः ।। |
।।४७९।। | ।। ॐ जितसङ्गाय नमः ।। |
।।४८०।। | ।। ॐ सर्वविज्ञानप्रकाशनाय नमः ।। |
।।४८१।। | ।। ॐ खड्गिने नमः ।। |
।।४८२।। | ।। ॐ विश्वरेतसे नमः ।। |
।।४८३।। | ।। ॐ निर्मलाय नमः ।। |
।।४८४।। | ।। ॐ भूतसाक्षिणे नमः ।। |
।।४८५।। | ।। ॐ अनुत्तमाय नमः ।। |
।।४८६।। | ।। ॐ गोविदां पतये नमः ।। |
।।४८७।। | ।। ॐ राजवन्दिताय नमः ।। |
।।४८८।। | ।। ॐ साध्याय नमः ।। |
।।४८९।। | ।। ॐ महत्तत्त्वप्रकाशाय नमः ।। |
।।४९०।। | ।। ॐ कुन्दाय नमः ।। |
।।४९१।। | ।। ॐ देवाय नमः ।। |
।।४९२।। | ।। ॐ अनुगमाय नमः ।। |
।।४९३।। | ।। ॐ तत्त्वप्रकाशिने नमः ।। |
।।४९४।। | ।। ॐ पुरुषोत्तमाय नमः ।। |
।।४९५।। | ।। ॐ स्वयम्भवे नमः ।। |
।।४९६।। | ।। ॐ योगिने नमः ।। |
।।४९७।। | ।। ॐ गुह्येशाय नमः ।। |
।।४९८।। | ।। ॐ नैककर्मकृते नमः ।। |
।।४९९।। | ।। ॐ जगदादिजाय नमः ।। |
।।५००।। | ।। ॐ अनन्तात्मने नमः ।। |
।।५०१।। | ।। ॐ लोकनाथाय नमः ।। |
।।५०२।। | ।। ॐ कनिष्ठाय नमः ।। |
।।५०३।। | ।। ॐ महानुभवभाविताय नमः ।। |
।।५०४।। | ।। ॐ सात्त्विकाय नमः ।। |
।।५०५।। | ।। ॐ चिदम्बराय नमः ।। |
।।५०६।। | ।। ॐ परंतपसे नमः ।। |
।।५०७।। | ।। ॐ अनिलाय नमः ।। |
।।५०८।। | ।। ॐ विगतान्तराय नमः ।। |
।।५०९।। | ।। ॐ सत्यानन्दाय नमः ।। |
।।५१०।। | ।। ॐ ब्रह्मविदे नमः ।। |
।।५११।। | ।। ॐ भोगविवर्जिताय नमः ।। |
।।५१२।। | ।। ॐ निष्पापाय नमः ।। |
।।५१३।। | ।। ॐ देवेन्द्राय नमः ।। |
।।५१४।। | ।। ॐ कपालवते नमः ।। |
।।५१५।। | ।। ॐ अनन्तरूपाय नमः ।। |
।।५१६।। | ।। ॐ शुभाननाय नमः ।। |
।।५१७।। | ।। ॐ ध्यानस्थाय नमः ।। |
।।५१८।। | ।। ॐ स्वाभाव्याय नमः ।। |
।।५१९।। | ।। ॐ जितात्मने नमः ।। |
।।५२०।। | ।। ॐ पुराणपुरुषाय नमः ।। |
।।५२१।। | ।। ॐ आनन्दिताय नमः ।। |
।।५२२।। | ।। ॐ त्रिलोकात्मने नमः ।। |
।।५२३।। | ।। ॐ अनुपमेयाय नमः ।। |
।।५२४।। | ।। ॐ कुम्भाय नमः ।। |
।।५२५।। | ।। ॐ विश्वमूर्तये नमः ।। |
।।५२६।। | ।। ॐ सर्वानन्दपरायणाय नमः ।। |
।।५२७।। | ।। ॐ गोसाक्षिणे नमः ।। |
।।५२८।। | ।। ॐ नैकात्मने नमः ।। |
।।५२९।। | ।। ॐ कमण्डलुधराय नमः ।। |
।।५३०।। | ।। ॐ विधिख्याय नमः ।। |
।।५३१।। | ।। ॐ महते नमः ।। |
।।५३२।। | ।। ॐ अनन्तगुणपरिपूर्णाय नमः ।। |
।।५३३।। | ।। ॐ चेतनाधाराय नमः ।। |
।।५३४।। | ।। ॐ स्थानदाय नमः ।। |
।।५३५।। | ।। ॐ दिशादर्शकाय नमः ।। |
।।५३६।। | ।। ॐ पवित्राय नमः ।। |
।।५३७।। | ।। ॐ अंशवे नमः ।। |
।।५३८।। | ।। ॐ भिक्षाकराय नमः ।। |
।।५३९।। | ।। ॐ अपराजिताय नमः ।। |
।।५४०।। | ।। ॐ जगत्स्वरूपाय नमः ।। |
।।५४१।। | ।। ॐ गुहावासिने नमः ।। |
।।५४२।। | ।। ॐ सत्यवादिने नमः ।। |
।।५४३।। | ।। ॐ त्यागिने नमः ।। |
।।५४४।। | ।। ॐ कुण्डलिने नमः ।। |
।।५४५।। | ।। ॐ पुण्यश्लोकाय नमः ।। |
।।५४६।। | ।। ॐ अपराय नमः ।। |
।।५४७।। | ।। ॐ मायाचक्रचालकाय नमः ।। |
।।५४८।। | ।। ॐ साधकेश्वराय नमः ।। |
।।५४९।। | ।। ॐ गोपतये नमः ।। |
।।५५०।। | ।। ॐ नैकारूपधारकाय नमः ।। |
।।५५१।। | ।। ॐ दुराधर्षाय नमः ।। |
।।५५२।। | ।। ॐ आनन्दपूरिताय नमः ।। |
।।५५३।। | ।। ॐ शुद्धात्मने नमः ।। |
।।५५४।। | ।। ॐ विवेकात्मने नमः ।। |
।।५५५।। | ।। ॐ कर्मकालविदे नमः ।। |
।।५५६।। | ।। ॐ योग्याय नमः ।। |
।।५५७।। | ।। ॐ अप्सरोगणसेविताय नमः ।। |
।।५५८।। | ।। ॐ चिन्मात्राय नमः ।। |
।।५५९।। | ।। ॐ बहिर्भोगिने नमः ।। |
।।५६०।। | ।। ॐ सर्वविदे नमः ।। |
।।५६१।। | ।। ॐ प्रणवातीताय नमः ।। |
।।५६२।। | ।। ॐ जितक्रोधाय नमः ।। |
।।५६३।। | ।। ॐ अप्रमत्ताय नमः ।। |
।।५६४।। | ।। ॐ धातुरुत्तमाय नमः ।। |
।।५६५।। | ।। ॐ भूतभावनाय नमः ।। |
।।५६६।। | ।। ॐ तापत्रयनिवारणाय नमः ।। |
।।५६७।। | ।। ॐ कुवलयेशाय नमः ।। |
।।५६८।। | ।। ॐ आदिवृद्धाय नमः ।। |
।।५६९।। | ।। ॐ विश्वबाहवे नमः ।। |
।।५७०।। | ।। ॐ निरिन्द्राय नमः ।। |
।।५७१।। | ।। ॐ गुणाधिपाय नमः ।। |
।।५७२।। | ।। ॐ साधुवरिष्ठात्मने नमः ।। |
।।५७३।। | ।। ॐ देवाधिपतये नमः ।। |
।।५७४।। | ।। ॐ अप्रमेयाय नमः ।। |
।।५७५।। | ।। ॐ मन्त्रबीजाय नमः ।। |
।।५७६।। | ।। ॐ सर्वभावविनिर्गताय नमः ।। |
।।५७७।। | ।। ॐ हृदयरक्षकाय नमः ।। |
।।५७८।। | ।। ॐ आकारशुभाय नमः ।। |
।।५७९।। | ।। ॐ जगज्जन्याय नमः ।। |
।।५८०।। | ।। ॐ प्रीतियोगाय नमः ।। |
।।५८१।। | ।। ॐ कामदर्पणाय नमः ।। |
।।५८२।। | ।। ॐ त्रिपादपुरुषाय नमः ।। |
।।५८३।। | ।। ॐ कालकर्त्रे नमः ।। |
।।५८४।। | ।। ॐ साङ्ख्यशास्त्रप्रवर्तकाय नमः ।। |
।।५८५।। | ।। ॐ चित्तचैतन्यचित्तात्मने नमः ।। |
।।५८६।। | ।। ॐ अभिरामाय नमः ।। |
।।५८७।। | ।। ॐ गोपालाय नमः ।। |
।।५८८।। | ।। ॐ दुर्लभाय नमः ।। |
।।५८९।। | ।। ॐ सहस्रशीर्षे नमः ।। |
।।५९०।। | ।। ॐ महद्रूपाय नमः ।। |
।।५९१।। | ।। ॐ नैकर्मायने नमः ।। |
।।५९२।। | ।। ॐ भावात्मने नमः ।। |
।।५९३।। | ।। ॐ ज्ञानात्मने नमः ।। |
।।५९४।। | ।। ॐ निवेदनाय नमः ।। |
।।५९५।। | ।। ॐ पराय नमः ।। |
।।५९६।। | ।। ॐ ब्रह्मभावाय नमः ।। |
।।५९७।। | ।। ॐ अबोध्याय नमः ।। |
।।५९८।। | ।। ॐ व्यक्ताय नमः ।। |
।।५९९।। | ।। ॐ कुमुदाय नमः ।। |
।।६००।। | ।। ॐ लोकबन्धवे नमः ।। |
।।६०१।। | ।। ॐ आगमापायशून्याय नमः ।। |
।।६०२।। | ।। ॐ शून्यात्मने नमः ।। |
।।६०३।। | ।। ॐ सुरारिघ्ने नमः ।। |
।।६०४।। | ।। ॐ जीवनकृते नमः ।। |
।।६०५।। | ।। ॐ गुणाधिकवृद्धाय नमः ।। |
।।६०६।। | ।। ॐ अबद्धकर्मशून्याय नमः ।। |
।।६०७।। | ।। ॐ तापसोत्तमवन्दिताय नमः ।। |
।।६०८।। | ।। ॐ स्वबोधदर्पणाय नमः ।। |
।।६०९।। | ।। ॐ क्षेत्राधाराय नमः ।। |
।।६१०।। | ।। ॐ धाम्ने नमः ।। ६१० |
।।६११।। | ।। ॐ विद्वत्तमाय नमः ।। |
।।६१२।। | ।। ॐ नैकसानुचराय नमः ।। |
।।६१३।। | ।। ॐ चलाय नमः ।। |
।।६१४।। | ।। ॐ अभङ्गाय नमः ।। |
।।६१५।। | ।। ॐ गन्धर्वाय नमः ।। |
।।६१६।। | ।। ॐ देवतात्मने नमः ।। |
।।६१७।। | ।। ॐ कामप्रदाय नमः ।। |
।।६१८।। | ।। ॐ मनबुद्धिविहीनात्मने नमः ।। |
।।६१९।। | ।। ॐ सच्चिदानन्दाय नमः ।। |
।।६२०।। | ।। ॐ योगाध्यक्षाय नमः ।। |
।।६२१।। | ।। ॐ भवमोचनाय नमः ।। |
।।६२२।। | ।। ॐ अभिवाद्याय नमः ।। |
।।६२३।। | ।। ॐ ज्वलनाय नमः ।। |
।।६२४।। | ।। ॐ निगमाय नमः ।। |
।।६२५।। | ।। ॐ त्रैगुणाय नमः ।। |
।।६२६।। | ।। ॐ नैकरूपाय नमः ।। |
।।६२७।। | ।। ॐ पापनाशनाय नमः ।। |
।।६२८।। | ।। ॐ गुणभृते नमः ।। |
।।६२९।। | ।। ॐ अभेदाय नमः ।। |
।।६३०।। | ।। ॐ क्रमाय नमः ।। |
।।६३१।। | ।। ॐ दण्डधारिणे नमः ।। |
।।६३२।। | ।। ॐ स्वानुभवसुखाश्रयाय नमः ।। |
।।६३३।। | ।। ॐ महावन्द्याय नमः ।। |
।।६३४।। | ।। ॐ अन्तःपूर्णाय नमः ।। |
।।६३५।। | ।। ॐ जितमानसाय नमः ।। |
।।६३६।। | ।। ॐ अमरवल्लभाय नमः ।। |
।।६३७।। | ।। ॐ विदेहात्मने नमः ।। |
।।६३८।। | ।। ॐ सहस्रमूर्ध्ने नमः ।। |
।।६३९।। | ।। ॐ सुहृदाय नमः ।। |
।।६४०।। | ।। ॐ निधये नमः ।। |
।।६४१।। | ।। ॐ चतुर्मूर्तये नमः ।। |
।।६४२।। | ।। ॐ तारकाय नमः ।। |
।।६४३।। | ।। ॐ परेशाय नमः ।। |
।।६४४।। | ।। ॐ अभिगम्याय नमः ।। |
।।६४५।। | ।। ॐ बहुविद्याय नमः ।। |
।।६४६।। | ।। ॐ सुधाकराय नमः ।। |
।।६४७।। | ।। ॐ भुवनान्तकाय नमः ।। |
।।६४८।। | ।। ॐ अम्बुजाय नमः ।। |
।।६४९।। | ।। ॐ गन्धर्वकृते नमः ।। |
।।६५०।। | ।। ॐ कालाय नमः ।। |
।।६५१।। | ।। ॐ सहस्रजिते नमः ।। |
।।६५२।। | ।। ॐ देवदेवाय नमः ।। |
।।६५३।। | ।। ॐ पद्मनेत्राय नमः ।। |
।।६५४।। | ।। ॐ विश्वरूपाय नमः ।। |
।।६५५।। | ।। ॐ नैकविद्याविवर्धनाय नमः ।। |
।।६५६।। | ।। ॐ धात्रे नमः ।। |
।।६५७।। | ।। ॐ रूपज्ञाय नमः ।। |
।।६५८।। | ।। ॐ अभद्रप्रभवे नमः ।। |
।।६५९।। | ।। ॐ मन्त्रवीर्याय नमः ।। |
।।६६०।। | ।। ॐ सर्वयोगविनिसृताय नमः ।। |
।।६६१।। | ।। ॐ जगन्नाथाय नमः ।। |
।।६६२।। | ।। ॐ नित्याय नमः ।। |
।।६६३।। | ।। ॐ प्रमेयाय नमः ।। |
।।६६४।। | ।। ॐ आयुधिने नमः ।। |
।।६६५।। | ।। ॐ कामदेवाय नमः ।। |
।।६६६।। | ।। ॐ दुरं विक्रमाय नमः ।। |
।।६६७।। | ।। ॐ निःसङ्गाय नमः ।। |
।।६६८।। | ।। ॐ चतुर्वेदविदे नमः ।। |
।।६६९।। | ।। ॐ त्रिमूर्तये नमः ।। |
।।६७०।। | ।। ॐ अप्रतिमाय नमः ।। |
।।६७१।। | ।। ॐ गुणान्तकाय नमः ।। |
।।६७२।। | ।। ॐ सहस्राक्षाय नमः ।। |
।।६७३।। | ।। ॐ भूतसङ्गविहीनात्मने नमः ।। |
।।६७४।। | ।। ॐ नैकबोधमयाय नमः ।। |
।।६७५।। | ।। ॐ मायायुक्ताय नमः ।। |
।।६७६।। | ।। ॐ अमरार्चिताय नमः ।। |
।।६७७।। | ।। ॐ प्राज्ञाय नमः ।। |
।।६७८।। | ।। ॐ जितकामाय नमः ।। |
।।६७९।। | ।। ॐ सर्वव्यापकाय नमः ।। |
।।६८०।। | ।। ॐ योगविदां नेत्रे नमः ।। |
।।६८१।। | ।। ॐ कालकृते नमः ।। |
।।६८२।। | ।। ॐ बाह्यान्तरविमुक्ताय नमः ।। |
।।६८३।। | ।। ॐ अमृतवपुषे नमः ।। |
।।६८४।। | ।। ॐ वटवृक्षाय नमः ।। |
।।६८५।। | ।। ॐ तत्त्वविनिश्चयाय नमः ।। |
।।६८६।। | ।। ॐ निराभासाय नमः ।। |
।।६८७।। | ।। ॐ गम्भीरात्मने नमः ।। |
।।६८८।। | ।। ॐ शून्यभावनाय नमः ।। |
।।६८९।। | ।। ॐ अमोघाय नमः ।। |
।।६९०।। | ।। ॐ परमानन्दाय नमः ।। |
।।६९१।। | ।। ॐ कालकण्टकनाशनाय नमः ।। |
।।६९२।। | ।। ॐ देवभृतगुरवे नमः ।। |
।।६९३।। | ।। ॐ सर्वकामदाय नमः ।। |
।।६९४।। | ।। ॐ जगदाराध्याय नमः ।। |
।।६९५।। | ।। ॐ नैकमायामयाय नमः ।। |
।।६९६।। | ।। ॐ चिद्वपुषे नमः ।। |
।।६९७।। | ।। ॐ विश्वकर्मणे नमः ।। |
।।६९८।। | ।। ॐ अभिरूपाय नमः ।। |
।।६९९।। | ।। ॐ लोकाध्यक्षाय नमः ।। |
।।७००।। | ।। ॐ भूतात्मने नमः ।। |
।।७०१।। | ।। ॐ सत्यपराक्रमाय नमः ।। |
।।७०२।। | ।। ॐ महेन्द्राय नमः ।। |
।।७०३।। | ।। ॐ धीपतये नमः ।। |
।।७०४।। | ।। ॐ सर्वदेवदेवाय नमः ।। |
।।७०५।। | ।। ॐ त्रिपादूर्ध्वाय नमः ।। |
।।७०६।। | ।। ॐ निष्प्रपञ्चाय नमः ।। |
।।७०७।। | ।। ॐ कामवते नमः ।। |
।।७०८।। | ।। ॐ गुह्याय नमः ।। |
।।७०९।। | ।। ॐ अमुखाय नमः ।। |
।।७१०।। | ।। ॐ प्राणेशाय नमः ।। |
।।७११।। | ।। ॐ सत्यात्मकाय नमः ।। |
।।७१२।। | ।। ॐ कारणाय नमः ।। |
।।७१३।। | ।। ॐ दुःस्वप्ननाशनाय नमः ।। |
।।७१४।। | ।। ॐ आनन्दाय नमः ।। |
।।७१५।। | ।। ॐ हृषीकेशाय नमः ।। |
।।७१६।। | ।। ॐ अमरनाथाय नमः ।। |
।।७१७।। | ।। ॐ जितमन्यवे नमः ।। |
।।७१८।। | ।। ॐ सर्वसाक्षिणे नमः ।। |
।।७१९।। | ।। ॐ मायागर्भाय नमः ।। |
।।७२०।। | ।। ॐ दीप्त्रे नमः ।। |
।।७२१।। | ।। ॐ विश्वज्योतिषे नमः ।। |
।।७२२।। | ।। ॐ कालात्मने नमः ।। |
।।७२३।। | ।। ॐ चैतन्याय नमः ।। |
।।७२४।। | ।। ॐ अमराय नमः ।। |
।।७२५।। | ।। ॐ श्रीधराय नमः ।। |
।।७२६।। | ।। ॐ भूतभव्यभवत्प्रभवे नमः ।। |
।।७२७।। | ।। ॐ सर्वेश्वराय नमः ।। |
।।७२८।। | ।। ॐ तत्त्वात्मज्ञानसन्देशाय नमः ।। |
।।७२९।। | ।। ॐ परोक्षाय नमः ।। |
।।७३०।। | ।। ॐ अन्तर्भोगिने नमः ।। |
।।७३१।। | ।। ॐ ब्रह्मविद्याप्रकाशनाय नमः ।। |
।।७३२।। | ।। ॐ निवृत्तात्मने नमः ।। |
।।७३३।। | ।। ॐ गम्भीरघोषाय नमः ।। |
।।७३४।। | ।। ॐ अमुख्याय नमः ।। |
।।७३५।। | ।। ॐ देवेशाय नमः ।। |
।।७३६।। | ।। ॐ समाय नमः ।। |
।।७३७।। | ।। ॐ त्यागविग्रहाय नमः ।। |
।।७३८।। | ।। ॐ कालविध्वंसाय नमः ।। |
।।७३९।। | ।। ॐ पावनाय नमः ।। |
।।७४०।। | ।। ॐ जगच्चालकाय नमः ।। |
।।७४१।। | ।। ॐ अमरमान्याय नमः ।। |
।।७४२।। | ।। ॐ विशिष्टाय नमः ।। |
।।७४३।। | ।। ॐ सर्वव्यापकाय नमः ।। |
।।७४४।। | ।। ॐ योगिहृदयविश्रामाय नमः ।। |
।।७४५।। | ।। ॐ अमरेशाय नमः ।। |
।।७४६।। | ।। ॐ दुर्धराय नमः ।। |
।।७४७।। | ।। ॐ नृत्यनर्तनाय नमः ।। |
।।७४८।। | ।। ॐ महागर्भाय नमः ।। |
।।७४९।। | ।। ॐ सत्यधर्मप्रकाशनाय नमः ।। |
।।७५०।। | ।। ॐ भोगिने नमः ।। |
।।७५१।। | ।। ॐ चारुगात्रे नमः ।। |
।।७५२।। | ।। ॐ ध्यानयोगपरायणाय नमः ।। |
।।७५३।। | ।। ॐ खण्डपरशवे नमः ।। |
।।७५४।। | ।। ॐ कामाय नमः ।। |
।।७५५।। | ।। ॐ अमिताय नमः ।। |
।।७५६।। | ।। ॐ त्रिविष्टपाय नमः ।। |
।।७५७।। | ।। ॐ निरामयाय नमः ।। |
।।७५८।। | ।। ॐ गुणेशाय नमः ।। |
।।७५९।। | ।। ॐ सर्वनियन्त्रे नमः ।। |
।।७६०।। | ।। ॐ जितेन्द्रियाय नमः ।। |
।।७६१।। | ।। ॐ आदिदेवाय नमः ।। |
।।७६२।। | ।। ॐ पतये नमः ।। |
।।७६३।। | ।। ॐ अमितविक्रमाय नमः ।। |
।।७६४।। | ।। ॐ महाघोराय नमः ।। |
।।७६५।। | ।। ॐ सहस्रकराय नमः ।। |
।।७६६।। | ।। ॐ कालपूजिताय नमः ।। |
।।७६७।। | ।। ॐ अन्तर्योगिने नमः ।। |
।।७६८।। | ।। ॐ बुधाय नमः ।। |
।।७६९।। | ।। ॐ ज्ञानदीप्ताय नमः ।। |
।।७७०।। | ।। ॐ वेदविदे नमः ।। |
।।७७१।। | ।। ॐ निःशब्दाय नमः ।। |
।।७७२।। | ।। ॐ गन्धधारिणे नमः ।। |
।।७७३।। | ।। ॐ अमृताय नमः ।। |
।।७७४।। | ।। ॐ श्रीमते नमः ।। |
।।७७५।। | ।। ॐ प्रसादाय नमः ।। |
।।७७६।। | ।। ॐ द्वयाक्षरबीजात्मने नमः ।। |
।।७७७।। | ।। ॐ सर्वपूजिताय नमः ।। |
।।७७८।। | ।। ॐ भेदत्रयहराय नमः ।। |
।।७७९।। | ।। ॐ चक्रकराय नमः ।। |
।।७८०।। | ।। ॐ कालयोगिने नमः ।। |
।।७८१।। | ।। ॐ जगत्पालकाय नमः ।। |
।।७८२।। | ।। ॐ तीर्थदेवाय नमः ।। |
।।७८३।। | ।। ॐ अयोनिसम्भवाय नमः ।। |
।।७८४।। | ।। ॐ प्राङ्मुखाय नमः ।। |
।।७८५।। | ।। ॐ ज्ञानाग्ने नमः ।। |
।।७८६।। | ।। ॐ ऊर्ध्वाय नमः ।। |
।।७८७।। | ।। ॐ विशालाक्षाय नमः ।। |
।।७८८।। | ।। ॐ अपरोक्षज्ञानरूपाय नमः ।। |
।।७८९।। | ।। ॐ गुणकराय नमः ।। |
।।७९०।। | ।। ॐ कामघ्ने नमः ।। |
।।७९१।। | ।। ॐ दुर्गमाय नमः ।। |
।।७९२।। | ।। ॐ सत्यसंज्ञकाय नमः ।। |
।।७९३।। | ।। ॐ मायाचक्रप्रवर्तकाय नमः ।। |
।।७९४।। | ।। ॐ अमरोत्तमाय नमः ।। |
।।७९५।। | ।। ॐ परंज्योतिषे नमः ।। |
।।७९६।। | ।। ॐ निश्चलाय नमः ।। |
।।७९७।। | ।। ॐ जितामित्राय नमः ।। |
।।७९८।। | ।। ॐ सर्वलक्षणलक्षिताय नमः ।। |
।।७९९।। | ।। ॐ धूर्ताय नमः ।। |
।।८००।। | ।। ॐ लोकस्वामिने नमः ।। |
।।८०१।। | ।। ॐ क्षेत्रज्ञाय नमः ।। |
।।८०२।। | ।। ॐ अरौद्राय नमः ।। |
।।८०३।। | ।। ॐ प्रत्यक्षवपुषे नमः ।। |
।।८०४।। | ।। ॐ त्रैलोक्यपालाय नमः ।। |
।।८०५।। | ।। ॐ अज्ञानतिमिररवये नमः ।। |
।।८०६।। | ।। ॐ भूतानां परमगतये नमः ।। |
।।८०७।। | ।। ॐ भक्तकामकल्पद्रुमाय नमः ।। |
।।८०८।। | ।। ॐ रूपात्मने नमः ।। |
।।८०९।। | ।। ॐ चीरवाससे नमः ।। |
।।८१०।। | ।। ॐ अलिप्ताय नमः ।। |
।।८११।। | ।। ॐ श्रीकराय नमः ।। |
।।८१२।। | ।। ॐ कामपालाय नमः ।। |
।।८१३।। | ।। ॐ महीचारिणे नमः ।। |
।।८१४।। | ।। ॐ समात्मने नमः ।। |
।।८१५।। | ।। ॐ विराटरूपाय नमः ।। |
।।८१६।। | ।। ॐ नित्यबोधाय नमः ।। |
।।८१७।। | ।। ॐ बीजाय नमः ।। |
।।८१८।। | ।। ॐ एकात्मने नमः ।। |
।।८१९।। | ।। ॐ जगज्जीवनाय नमः ।। |
।।८२०।। | ।। ॐ अरूपाय नमः ।। |
।।८२१।। | ।। ॐ परमार्थभूते नमः ।। |
।।८२२।। | ।। ॐ सर्वविश्वचालकाय नमः ।। |
।।८२३।। | ।। ॐ त्रिविधतापहराय नमः ।। |
।।८२४।। | ।। ॐ ओजस्तेजोद्युतिधराय नमः ।। |
।।८२५।। | ।। ॐ दुर्मर्षणाय नमः ।। |
।।८२६।। | ।। ॐ आदिरूपाय नमः ।। |
।।८२७।। | ।। ॐ कालकालाय नमः ।। |
।।८२८।। | ।। ॐ उन्मादाय नमः ।। |
।।८२९।। | ।। ॐ गुहाय नमः ।। |
।।८३०।। | ।। ॐ अलोकाय नमः ।। |
।।८३१।। | ।। ॐ निरञ्जनाय नमः ।। |
।।८३२।। | ।। ॐ सर्वलालसाय नमः ।। |
।।८३३।। | ।। ॐ भूतसम्भवाय नमः ।। |
।।८३४।। | ।। ॐ विश्वानेत्राय नमः ।। |
।।८३५।। | ।। ॐ अवधूताय नमः ।। |
।।८३६।। | ।। ॐ चन्द्रांशवे नमः ।। |
।।८३७।। | ।। ॐ आत्मवासिने नमः ।। |
।।८३८।। | ।। ॐ जीवनात्मकाय नमः ।। |
।।८३९।। | ।। ॐ कालक्षाय नमः ।। |
।।८४०।। | ।। ॐ महाकल्पाय नमः ।। |
।।८४१।। | ।। ॐ आधिव्याधिहराय नमः ।। |
।।८४२।। | ।। ॐ प्रकाशाय नमः ।। |
।।८४३।। | ।। ॐ त्यागवपुषे नमः ।। |
।।८४४।। | ।। ॐ विक्रमाय नमः ।। |
।।८४५।। | ।। ॐ दुर्जनाय नमः ।। |
।।८४६।। | ।। ॐ धुर्याय नमः ।। |
।।८४७।। | ।। ॐ अविज्ञाय नमः ।। |
।।८४८।। | ।। ॐ कालनाशनाय नमः ।। |
।।८४९।। | ।। ॐ अविनाशाय नमः ।। |
।।८५०।। | ।। ॐ शिवाससे नमः ।। |
।।८५१।। | ।। ॐ सर्वाय नमः ।। |
।।८५२।। | ।। ॐ गम्भीराय नमः ।। |
।।८५३।। | ।। ॐ आत्मवते नमः ।। |
।।८५४।। | ।। ॐ बोधिने नमः ।। |
।।८५५।। | ।। ॐ उन्मत्तवेषप्रछन्नाय नमः ।। |
।।८५६।। | ।। ॐ मुक्तानांपरमांगतये नमः ।। |
।।८५७।। | ।। ॐ आदिकराय नमः ।। |
।।८५८।। | ।। ॐ हेमकराय नमः ।। |
।।८५९।। | ।। ॐ भोगयुक्ताय नमः ।। |
।।८६०।। | ।। ॐ श्रेष्ठाय नमः ।। |
।।८६१।। | ।। ॐ परसंवेदनात्मकाय नमः ।। |
।।८६२।। | ।। ॐ वेदात्मने नमः ।। |
।।८६३।। | ।। ॐ अविक्षिप्ताय नमः ।। |
।।८६४।। | ।। ॐ जगद्रूपाय नमः ।। |
।।८६५।। | ।। ॐ चतुरात्मने नमः ।। |
।।८६६।। | ।। ॐ अव्ययाय नमः ।। |
।।८६७।। | ।। ॐ दीननाथाय नमः ।। |
।।८६८।। | ।। ॐ आत्मयोगिने नमः ।। |
।।८६९।। | ।। ॐ योगेन्द्राय नमः ।। |
।।८७०।। | ।। ॐ गर्वमर्दिने नमः ।। |
।।८७१।। | ।। ॐ आद्याय नमः ।। |
।।८७२।। | ।। ॐ त्यागज्ञाय नमः ।। |
।।८७३।। | ।। ॐ निरासक्ताय नमः ।। |
।।८७४।। | ।। ॐ प्रलयात्मकाय नमः ।। |
।।८७५।। | ।। ॐ ऊर्ध्वगात्मने नमः ।। |
।।८७६।। | ।। ॐ दुर्वाससे नमः ।। |
।।८७७।। | ।। ॐ सत्त्वात्मने नमः ।। |
।।८७८।। | ।। ॐ मनमोहनाय नमः ।। |
।।८७९।। | ।। ॐ अशोकाय नमः ।। |
।।८८०।। | ।। ॐ जितात्मने नमः ।। |
।।८८१।। | ।। ॐ एकाकिने नमः ।। |
।।८८२।। | ।। ॐ दुरतिक्रमाय नमः ।। |
।।८८३।। | ।। ॐ अविकाराय नमः ।। |
।।८८४।। | ।। ॐ विश्वधृषे नमः ।। |
।।८८५।। | ।। ॐ उत्तमोत्तमाय नमः ।। |
।।८८६।। | ।। ॐ प्रसन्नाय नमः ।। |
।।८८७।। | ।। ॐ भेदशून्याय नमः ।। |
।।८८८।। | ।। ॐ गुणदोषनिवारणाय नमः ।। |
।।८८९।। | ।। ॐ आदित्यवसने नमः ।। |
।।८९०।। | ।। ॐ त्रिलोकधृषे नमः ।। |
।।८९१।। | ।। ॐ उत्तमाय नमः ।। |
।।८९२।। | ।। ॐ चेतनारूपाय नमः ।। |
।।८९३।। | ।। ॐ धृतात्मने नमः ।। |
।।८९४।। | ।। ॐ सर्वमङ्गलाय नमः ।। |
।।८९५।। | ।। ॐ दीर्घाय नमः ।। |
।।८९६।। | ।। ॐ अवादिने नमः ।। |
।।८९७।। | ।। ॐ श्रीनिवासाय नमः ।। |
।।८९८।। | ।। ॐ निरहङ्काराय नमः ।। |
।।८९९।। | ।। ॐ लोकत्रयाश्रयाय नमः ।। |
।।९००।। | ।। ॐ अव्यक्तपुरुषाय नमः ।। |
।।९०१।। | ।। ॐ विश्वाधाराय नमः ।। |
।।९०२।। | ।। ॐ विश्वभुजे नमः ।। |
।।९०३।। | ।। ॐ ऊर्जिताय नमः ।। |
।।९०४।। | ।। ॐ बोधात्मने नमः ।। |
।।९०५।। | ।। ॐ आदिनाथाय नमः ।। |
।।९०६।। | ।। ॐ जगदाभासाय नमः ।। |
।।९०७।। | ।। ॐ कामजिते नमः ।। |
।।९०८।। | ।। ॐ महाबाहवे नमः ।। |
।।९०९।। | ।। ॐ सर्वान्तकाय नमः ।। |
।।९१०।। | ।। ॐ प्रत्यग्ब्रह्मसनातनाय नमः ।। |
।।९११।। | ।। ॐ त्यागात्मने नमः ।। |
।।९१२।। | ।। ॐ अवशाय नमः ।। |
।।९१३।। | ।। ॐ गुणसङ्गविहीनाय नमः ।। |
।।९१४।। | ।। ॐ भूतभृते नमः ।। |
।।९१५।। | ।। ॐ उग्रतेजसे नमः ।। |
।।९१६।। | ।। ॐ दुःखदावानलशमनाय नमः ।। |
।।९१७।। | ।। ॐ प्रमादविगताय नमः ।। |
।।९१८।। | ।। ॐ अव्यङ्गाय नमः ।। |
।।९१९।। | ।। ॐ जीवनाय नमः ।। |
।।९२०।। | ।। ॐ आदेशाय नमः ।। |
।।९२१।। | ।। ॐ चतुर्भुजाय नमः ।। |
।।९२२।। | ।। ॐ कालान्तकाय नमः ।। |
।।९२३।। | ।। ॐ मृत्युञ्जयाय नमः ।। |
।।९२४।। | ।। ॐ स्वयंज्योतिषे नमः ।। |
।।९२५।। | ।। ॐ निरारम्भाय नमः ।। |
।।९२६।। | ।। ॐ अक्षत्रिणे नमः ।। |
।।९२७।। | ।। ॐ विहाराय नमः ।। |
।।९२८।। | ।। ॐ ऊर्जितशासनाय नमः ।। |
।।९२९।। | ।। ॐ अस्नेहनाय नमः ।। |
।।९३०।। | ।। ॐ असंमूढाय नमः ।। |
।।९३१।। | ।। ॐ योगेशाय नमः ।। |
।।९३२।। | ।। ॐ परमार्थदृशे नमः ।। |
।।९३३।। | ।। ॐ ऋतवे (क्रतवे) नमः ।। |
।।९३४।। | ।। ॐ गुह्योत्तमाय नमः ।। |
।।९३५।। | ।। ॐ सत्त्वविदे नमः ।। |
।।९३६।। | ।। ॐ कालकण्टकाय नमः ।। |
।।९३७।। | ।। ॐ दिगम्बराय नमः ।। |
।।९३८।। | ।। ॐ उपशान्ताय नमः ।। |
।।९३९।। | ।। ॐ जगन्नियन्त्रे नमः ।। |
।।९४०।। | ।। ॐ असनातने नमः ।। |
।।९४१।। | ।। ॐ धृताशिषे नमः ।। |
।।९४२।। | ।। ॐ बोधश्रमाश्रयाय नमः ।। |
।।९४३।। | ।। ॐ सत्याय नमः ।। |
।।९४४।। | ।। ॐ विश्वयोनये नमः ।। |
।।९४५।। | ।। ॐ उत्सङ्गाय नमः ।। |
।।९४६।। | ।। ॐ क्षितीशाय नमः ।। |
।।९४७।। | ।। ॐ श्रीवर्धनाय नमः ।। |
।।९४८।। | ।। ॐ चन्द्रवक्त्राय नमः ।। |
।।९४९।। | ।। ॐ ऊर्ध्वगाय नमः ।। |
।।९५०।। | ।। ॐ महामुनये नमः ।। |
।।९५१।। | ।। ॐ प्रमाणरहिताय नमः ।। |
।।९५२।। | ।। ॐ असंशयाय नमः ।। |
।।९५३।। | ।। ॐ ताम्रओष्ठाय नमः ।। |
।।९५४।। | ।। ॐ आत्मानुभवसम्पन्नाय नमः ।। |
।।९५५।। | ।। ॐ रूपिणे नमः ।। |
।।९५६।। | ।। ॐ सहस्रपदे नमः ।। |
।।९५७।। | ।। ॐ दुरारिघ्ने नमः ।। |
।।९५८।। | ।। ॐ अहोरात्राय नमः ।। |
।।९५९।। | ।। ॐ शुभात्मने नमः ।। |
।।९६०।। | ।। ॐ ज्वालिने नमः ।। |
।।९६१।। | ।। ॐ भूमिनन्दनाय नमः ।। |
।।९६२।। | ।। ॐ खगाय नमः ।। |
।।९६३।। | ।। ॐ अक्षराय नमः ।। |
।।९६४।। | ।। ॐ गम्भीरबलवाहनाय नमः ।। |
।।९६५।। | ।। ॐ सर्वकर्मफलाश्रयाय नमः ।। |
।।९६६।। | ।। ॐ महावीर्याय नमः ।। |
।।९६७।। | ।। ॐ पराग्वृते नमः ।। |
।।९६८।। | ।। ॐ दीप्तमूर्तये नमः ।। |
।।९६९।। | ।। ॐ आत्मसम्भवाय नमः ।। |
।।९७०।। | ।। ॐ हंससाक्षिणे नमः ।। |
।।९७१।। | ।। ॐ औषधाय नमः ।। |
।।९७२।। | ।। ॐ व्यापिने नमः ।। |
।।९७३।। | ।। ॐ उपदेशकराय नमः ।। |
।।९७४।। | ।। ॐ ताम्रवर्णाय नमः ।। |
।।९७५।। | ।। ॐ अक्षरमुक्ताय नमः ।। |
।।९७६।। | ।। ॐ चन्द्रकोटिसुशीलताय नमः ।। |
।।९७७।। | ।। ॐ ईश्वराय नमः ।। |
।।९७८।। | ।। ॐ घोराय नमः ।। |
।।९७९।। | ।। ॐ परं धाम्ने नमः ।। |
।।९८०।। | ।। ॐ अज्ञाय नमः ।। |
।।९८१।। | ।। ॐ त्रिनेत्राय नमः ।। |
।।९८२।। | ।। ॐ स्तवप्रियाय नमः ।। |
।।९८३।। | ।। ॐ दुर्गाय नमः ।। |
।।९८४।। | ।। ॐ अक्षोभ्याय नमः ।। |
।।९८५।। | ।। ॐ शोकदुःखहराय नमः ।। |
।।९८६।। | ।। ॐ विश्वसाक्षिणे नमः ।। |
।।९८७।। | ।। ॐ आत्मरूपाय नमः ।। |
।।९८८।। | ।। ॐ ध्रुवाय नमः ।। |
।।९८९।। | ।। ॐ छन्दसे नमः ।। |
।।९९०।। | ।। ॐ योगयुक्ताय नमः ।। |
।।९९१।। | ।। ॐ बोधवते नमः ।। |
।।९९२।। | ।। ॐ इष्टाय नमः ।। |
।।९९३।। | ।। ॐ मुक्तिसद्गतये नमः ।। |
।।९९४।। | ।। ॐ ज्ञानविज्ञानिने नमः ।। |
।।९९५।। | ।। ॐ अज्ञानखण्डनाय नमः ।। |
।।९९६।। | ।। ॐ गुणयुक्ताय नमः ।। |
।।९९७।। | ।। ॐ तत्त्वात्मने नमः ।। |
।।९९८।। | ।। ॐ आत्मने नमः ।। |
।।९९९।। | ।। ॐ द्विभुजाय नमः ।। |
।।१०००।। | ।। ॐ पद्मवक्त्राय नमः ।। |
।।१००१।। | ।। ॐ श्रीस्वामीसमर्थाय नमः ।। |
।। इती श्री स्वामीसमर्थ महाराज सहस्रनामावलिः समप्तः ।।
॥ श्रीगुरुदत्तात्रेयार्पणमस्तु ॥
|| श्री स्वामी समर्थापर्ण मस्तु||